भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
नीम्बू का पेड़ / आदम ज़गायेवस्की / गीत चतुर्वेदी
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:54, 24 अक्टूबर 2022 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=आदम ज़गायेवस्की }} {{KKCatKavita}} <poem> इतनी...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
इतनी मिठास है —
कि यह शहर पूरा बेसुध हो गया है,
मरियल-सा एक लड़का, जो बमुश्किल
धरती पर कोई जगह घेर पाता है,
और एक कुत्ता,
और एक मैं, किसी अनदेखे युद्ध का सिपाही,
और एक नदी, जिससे मुझे प्यार है,
नीम्बू के पेड़ों में फूल खिल रहे हैं ...।
—
अँग्रेज़ी से अनुवाद : गीत चतुर्वेदी