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मातु भवानी की पूजा जो / बाबा बैद्यनाथ झा

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मातु भवानी की पूजा जो, प्रतिदिन ही कर पाएगा।
मनवांछित फल उसको तत्क्षण, अनायास मिल जाएगा।

कार्य सिद्ध हो, उद्यम से ही, इतना ध्यान रहे सबको,
सौंप इष्ट को कर्म करे जो, वह उत्तम फल खाएगा।

पा लेने पर लक्ष्य कभी भी, दम्भ नहीं होने दें हम,
दर्प करेगा जो भी मानव, वह पीछे पछताएगा।।

भाईचारा बना रहे जब, संग चले सब सुख-दुख में,
सह अस्तित्व बढे़गा जिस दिन, स्वर्ग धरा पर आएगा।

अच्छे कर्मों से ही बाबा, देव तुल्य बनता कोई,
पूजित होगा जो भी उसकी, अमर कीर्ति जग गाएगा।।