भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

हर कहानी परेशान है / जहीर कुरैशी

Kavita Kosh से
द्विजेन्द्र द्विज (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:24, 5 फ़रवरी 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=जहीर कुरैशी |संग्रह=चांदनी का दु:ख }} Category:ग़ज़ल <po...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


हर कहानी परेशान है
जिन्दगानी परेशान है

पोथियों के अहंकार से
मूढ़ ज्ञानी परेशान है

रेडियो और अखबार में
राजधानी परेशान है

पात्र का रूप धरते हुए
रोज पानी परेशान है

शक्ल ब्रह्माण्ड की सोच कर
बुद्धिमानी परेशान है