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सीने पे पड़ा हुआ ये दोहरा आँचल / जाँ निसार अख़्तर

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सीने पे पड़ा हुआ ये दोहरा आँचल
आँखों में ये लाज का लहकता काजल

तहज़ीब की तस्वीर हया की देवी
पर सेज पर कितनी शोख़ कितनी चंचल