मायूस कर रहा है नई रोशनी का रंग
इसका न कुछ अदब है न एतबार है
तक़दीस मास्टर की न लीडर का फ़ातेहा
यानी न नूरे-दिल है, न शमये मज़ार है
मायूस कर रहा है नई रोशनी का रंग
इसका न कुछ अदब है न एतबार है
तक़दीस मास्टर की न लीडर का फ़ातेहा
यानी न नूरे-दिल है, न शमये मज़ार है