भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
पहले प्यार की तरह / शलभ श्रीराम सिंह
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:07, 5 जनवरी 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शलभ श्रीराम सिंह |संग्रह=उन हाथों से परिचित हूँ…)
पहले प्यार की तरह होता है
पहला दृश्य
पहला शब्द
पहला उल्लास।
पहले प्यार की तरह होती है
पहली मुस्कान
पहली पहचान
पहली खिड़की।
पहले प्यार की तरह होता है
पहला पत्र
पहला मित्र
पहला चित्र।
पहले प्यार की तरह होती है
पहली वस्तु
पहली इच्छा
पहली निगाह।
रचनाकाल : 1992 विदिशा