बुझा-बुझा गीत
सारा कुछ शीत
उलट गई सारी
बाँसुरी की रीत
बीत गई रैन
न निकल सके बैन
बँधे रुके
रोते रहे नैन
दुख न बँटा अपना
टूट गया सपना
थकी-थकी प्रीत
धोखा हुआ मीत
चाँदों में
तारों में
चलती राहों में
थकना ही थकना!
बुझा-बुझा गीत
सारा कुछ शीत
उलट गई सारी
बाँसुरी की रीत
बीत गई रैन
न निकल सके बैन
बँधे रुके
रोते रहे नैन
दुख न बँटा अपना
टूट गया सपना
थकी-थकी प्रीत
धोखा हुआ मीत
चाँदों में
तारों में
चलती राहों में
थकना ही थकना!