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मेरी गली में / मुकेश मानस
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<poem. मेरी गली मे
गली में आया एक बच्चा आठ-दस साल का ठंड में ठिठुरता हुआ पीपनी बजाकर गुब्बारे बेचता हुआ मुझे प्यार आता है इस बच्चे पर रोज-रोज आए ये बच्चा मेरी गली में
गली में आया एक अधेड़ हट्टा-कट्टा सही-सलामत चोगा और रुद्राक्षी लटकाए ईश्वर के नाम पर भीख मांगता हुआ मुझे नफरत होती है उससे क्यों आता है ये निठल्ला मेरी गली में 1992