भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

धर्म / रेणु हुसैन

Kavita Kosh से
Mukeshmanas (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:14, 29 जून 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: एक नागमणि है नाग खड़े हैं उस पर अपना फन फैलाये एक युद्ध है लोग खड़…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

एक नागमणि है नाग खड़े हैं उस पर अपना फन फैलाये

एक युद्ध है लोग खड़े हैं तलवारें ताने इंसानों का लहू बहाने

एक शिक्षा है प्यार सिखाती है इंसान को इंसान बनाती है