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धर्म / रेणु हुसैन
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एक नागमणि है
नाग खड़े हैं
उस पर अपना फन फैलाये
एक युद्ध है
लोग खड़े हैं
तलवारें ताने
इंसानों का लहू बहाने
एक शिक्षा है
प्यार सिखाती है
इंसान को
इंसान बनाती है