भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अंगराग / दिनेश कुमार शुक्ल
Kavita Kosh से
कुमार मुकुल (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:51, 3 जुलाई 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दिनेश कुमार शुक्ल |संग्रह=ललमुनियॉं की दुनिया }}…)
वो हवा है
उसे तुमसे क्या मिलेगा
बस ज़रा-सा अंगराग
राग का यह अंग कब किसने सुना है
धूल का यह राग
धूल की यह देह