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कश्मीर-पांच / राजेश कुमार व्यास
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दूर,
पहाड़ों में
खो गया है
कहीं सूरज।
नहीं झकझोरती अब
बर्फीली हवाएं।
उदास है चीड़,
उदास है डल,
और
इन सबसे
उदास है मन।