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वैष्णो बाला / मनोज श्रीवास्तव
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वैष्णो बाला
इसी उत्तल-उत्तुन्ग
दुर्भेद्य अपमार्ग से
गयी थी एक बाला,
जिसके क्रोध ने
बना दिया था देवी उसे