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आंखों की भाषा - 2 / अमलेन्दु अस्थाना

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जब गहन शोर होगा,
शब्द आपस में टकराकर फूट रहे होंगे,
तब भीड़ का सबसे उदास चेहरा,
अपनी आंखों से बयां कर देगा सब कुछ।।