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इसीलिए तो / दुःख पतंग / रंजना जायसवाल
Kavita Kosh से
हवाओं पर लिखी पाती
सबसे पढ़ी नहीं जाती
इसीलिए
भेजती हूँ
उसी से
तुम्हें पत्र।