भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
क्या कर रहा है / केशव शरण
Kavita Kosh से
चढ़ रहा है
या उतर रहा है ?
साफ़ नहीं बिल्कुल नज़र आ रहा है।
झाँक रहा हूँ हैरान
ताल के दरपन में
शायद दरपन दिखाए
दृश्य साफ़-साफ़
पर वह तो इस झूमती हवा से भी ज़्यादा
हिल-डुल रहा है
कोई बताए तो
ताड़ के पेड़ पर
चांद क्या कर रहा है ?