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गीत-1 / नीरज दइया
Kavita Kosh से
जो गीत
गा रही हो तुम
पहले भी मैंने
सुना है- कई बार
पर सुन रहा हूं इसे
तुमसे पहली बार।
लगा मुझे
शब्द तो वही हैं
लेकिन अर्थ नए
रचे तुमने
या समय ने!