गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 31 अक्टूबर 2010, at 21:09
छाते / विनोद स्वामी
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
विनोद स्वामी
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
वैसे तो
अपनी मर्ज़ी के
मालिक हैं ये
पर हमारी नज़रों में
आकाश में उड़ते
ये बादल
छाते हैं हमारे ।