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जुगनू भैया / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
जुगनू भैया, जुगनू भैया
ले लो हमसे एक रुपैया।
पहले यह बतलाओ भाई,
तुमने टार्च कहाँ से पाई?
जिसको जला-बुझा करके तुम,
खेल खेलते रहते हरदम!