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तुम्हारे आते ही / दुःख पतंग / रंजना जायसवाल

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अचानक बदल जाता है
सब कुछ

दुख उठकर चला जाता है
कहीं
छिप जाती है चिंताएँ
उदासी धुल जाती है खुशी की रोशनी में

खाली-खाली घर उठता है भर
खुशी से
उजास से

तुम्हारे आते ही।