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तुम और तुम्हारे कैडर-2 / जय गोस्वामी
Kavita Kosh से
अस्त्र-प्रयोग के हक़दार
तुम और तुम्हारे कैडर !
हम-सब सिर्फ़ कत्ल हो सकते हैं
होंठों पर उंगली रखे, एकदम चुप !
हो सकते हैं कत्ल!
यही है हमार हक़
यही है एकमात्र हक़
बांग्ला से अनुवाद : सुशील गुप्ता