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दोनों मित्रों के पास निराला / विष्णुचन्द्र शर्मा
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एक को लगा
लॉस एंजलस शहर
बच्चों की खुली हुई क़िताब है ।
दूसरे को लगा
लॉस एंजलस शहर
लोहा, पत्थर और शीशे के स्थापत्य का
खिला हुआ कमल है ।
एक ने,
भागती कारों को देखकर कहा :
शहर की सड़कें
गतिमान शिराएँ हैं ।
दूसरे ने कहा :
नहरों और फूलों के बीच
हर ऊँचा उठा भवन
शीशा जड़ा पेड़ है
शीशा जड़े पेड़ों की
अनगिनत दुनिया है ।
दोनों मित्रों के पास
रोने डेन ड्रोन का पेड़
हथेली में फूले आसमान को
थामे हुए खड़ा है
निराला-सा !
रचनाकाल : 1986