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दोस्त / समझदार किसिम के लोग / लालित्य ललित
Kavita Kosh से
दोस्त
एक मदद करना
जरा चुगली मस्त करना
क्योकि तुम्हारी आदत से
मैं परिचित हूँ
कि
तुम
बहरूपिया हो
एक नंबर के घुन्ने हो
लड़ाके हो
चुगलखोर हो
पर हम भी क्या करें
कि तुम पर बड़ा प्यार आता है
साला !
फिर बॉस के कान भर आया
कितना भला है बॉस
जो सबकी सुनता है
बॉस है या गंदा नाला है