भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

धारावाहिक 7 / वाणी वंदना / चेतन दुबे 'अनिल'

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

(हिन्दी काव्य का इतिहास - छायावाद)

प्रकृति - पुजारी कवि पन्त के समान कौन,
सूर्यकान्त सम कौन कवि कान्ति वाला है।
कविता के छन्द को ही तोड़ के मरोड दिया,
समता करेगा कौन कवि ही निराला है।
नीर भरी बदरी - सी बरसी सो महादेवी !
शारदे का एक ही प्रसाद अति आला है।
बच्चन की कविता का सामना करेगा कौन,
उनका तो पूरा - पूरा काव्य मधुशाला है।