दुखो को छीलती हई
तराशती हुई चेहरो के संताप
जोड़ती जमा करती
एक-एक कतरा तकलीफ़।
मेपल के पेड़ो से झरती
उदासी को समेटती
एक सुरियलिस्टिक
स्वप्न में जीती
कहानियाँ ।
दुखो को छीलती हई
तराशती हुई चेहरो के संताप
जोड़ती जमा करती
एक-एक कतरा तकलीफ़।
मेपल के पेड़ो से झरती
उदासी को समेटती
एक सुरियलिस्टिक
स्वप्न में जीती
कहानियाँ ।