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बागन बिरछा आम के कोयल है रखवारी / बुन्देली
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बुन्देली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
बागन बिरछा आम के कोयल है रखवारी।
आधी रैन कोयल बोलियो नागरी सब सोये।
एक न सोवे बेटी आजुली जिन घर नातिन कुँआरी।