सदा सिखैलौ सत्य अहिंसा
बिना चाहने खुद के प्रशंसा
बापू सौंसे विश्व केॅ तोंही
सत्याग्रह केॅ मार्ग देखैलौ
सत्यमेव जयते सिखलैलौ ।
सबके राम के अर्थ बतैलौ
ईश्वर-अल्ला केॅ समझैलौ
किरणोॅ के बंधन काटी केॅ
घना अन्हरिया दूर भगैलौ
सत्यमेव जयते सिखलैलौ ।
सत्य केॅ रहलौ तों अनुगामी
बार-बार भेलौ कारागामी
जीवन के हर मोड़ पेॅ बापू
सदा अहिंसा केॅ अपनैलौ
सत्यमेव जयते सिखलैलौ ।
सदा देश के खातिर लड़लौ
सबके तोहें अपनोॅ कहलौ
भारत माता के खातिर ही
राम नाम कही प्राण गवैलौ
जत्यमेव जयते सिखलैलौ ।
रचनाकाल- 2 अक्टूबर 2012