भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बारिश हो रही है / नंदकिशोर आचार्य

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

भीग आया है सभी कुछ
आँगन-छतें
पगडंडी, पेड़, पहाड़
हवा और आकाश

आँखें भी

बारिश हो रही है।


9 सितम्बर 2009