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माचिस / रमेश तैलंग
Kavita Kosh से
माचिस की डिब्बी के अंदर
कई तीलियाँ रहती हैं।
‘आग भरी है हममें’ हमसे
सभी तीलियाँ कहती हैं।
हँसी-खेल की चीज नहीं हम
हमसे खेल नहीं करना।
बचकर रहना, बिना काम के
हमसे मेल नहीं करना।