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यह मौन भी मौन कहाँ / बलदेव वंशी
Kavita Kosh से
यह मौन भी मौन कहाँ
तनाव अवर भय के
मंथर मंथर हिलाते
तालाब के बंधे जल के
नीचे
युगों युगों से
एक चीत्कार
मौन में थमा हुआ है!
शिव
और विष
और गंगावतरण का मिथक
तब से संगत बना हुआ है!...