भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
याद तुम्हारी / रोहित रूसिया
Kavita Kosh से
हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।
मुझको सदा
छला करती है
याद तुम्हारी
अब मन की
कच्ची दीवारें
डर डर जाती हैं
महज कल्पना से
बिछु़डन की मर-मर जाती हैं
साँसों के संग
आती जाती याद तुम्हारी
खुश होता हूँ कभी,
कभी गुमसुम
हो जाता हूँ यादों में खो
अक्सर मैं खुद
में गुम जाता हूँ
जाने क्या से
क्या कर जाती
याद तुम्हारी
मुझको सदा
छला करती है
याद तुम्हारी