भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

वह छोटी नाव थी / एमिली डिकिंसन

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

वह छोटी-
इतनी छोटी नाव थी कि
बच्चों-सी लड़खड़ाती खाड़ी में चली गई !
वह विशाल -
इतना विशाल समुद्र था कि
उसे इशारों से लुभाता दूर ले गया !

वह लालची,
इतनी लालची तरंग थी कि
उसे किनारे से साफ़ कर गई -
भव्य जलपोतों को
कभी अनुमान भी न हुआ कि
मेरी छोटी-सी नौका खो गई थी !


अँग्रेज़ी से अनुवाद : क्रांति कनाटे