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'''हालीना पोस्वियातोव्स्का का जीवन और कविता''' --सिद्धेश्वर सिंह
हालीना पोस्वियातोव्सका के जीवन और कविताओं से गुजरते हुए अगर बार - बार निराला की पंक्ति याद आती रही -' दु:ख ही जीवन की कथा रही.'