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{{KKBhajanKKRachna|रचनाकार=अज्ञात|अनुवादक=|संग्रह=
}}
{{KKCatBhajan}}<poem>कन्हैया कन्हैया तुझे आना पड़ेगा,आना पड़ेगा .वचन गीता वाला निभाना पड़ेगा ..
गोकुल में आया मथुरा में आ
छवि प्यारी प्यारी कहीं तो दिखा .
अरे सांवरे देख आ के ज़रा
सूनी सूनी पड़ी है तेरी द्वारिका ..
जमुना के पानी में हलचल नहीं .मधुबन में पहला सा जलथल नहीं .वही कुंज गलियाँ वही गोपिआँ .छनकती मगर कोई झान्झर नहीं .
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