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{{KKPustak
|चित्र=--ujale_ki_Pariyan.jpg|नाम=सो तो हैउजालों की परियाँ
|रचनाकार=[[बशीर बद्र]]
|प्रकाशक=वाणी प्रकाशनडायमंड पाकेट बुक
|वर्ष= --
|भाषा=--
* [[वो चाँदनी का बदन ख़ुशबूओं का साया है / बशीर बद्र]]
* [[यूँ ही बेसबब न फिरा करो / बशीर बद्र]]
* [[मोहब्बतों मुहब्बतों में दिखावे की दोस्ती ने न मिला / बशीर बद्र]]
* [[सोचा नहीं अछा बुरा देखा सुना कुछ भी नहीं / बशीर बद्र]]
* [[कभी यूँ भी आ / बशीर बद्र]]