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<poem>
बेटे ने उस दिन बापू से,
कहा,पिताजी वोट डालिये|
आज मिला चुनने का मौका,
इस मौके को को नहीं टालिये|
यह कहना है व्यर्थ पिताजी,
कि चुनाव से क्या करना है?
“ सच्चाई “सच्चाई के वोट वोट से,
अच्छों की रक्षा करना है|”
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