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|रचनाकार=नंद चतुर्वेदी
|संग्रह=जहाँ एक उजाले की रेखा खिंची है / नंद चतुर्वेदी
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पहाड़ की पीठ पर बैठा है
शिशिर का सूरज
शुभरात्रि।
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