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10:13, 28 जून 2017
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मिनखां बाप रै सागैघर मांयरैवता तीन भाईमिनखापणै रोसाथै रैवता सगळां रारिस्तां टाबर अर लुगाईघणो हेतलोगां साम्हीं जतावताघर मांयरमता हा रामभरोसै रोस्वास्थ री बातउणां पीढया हुयगीहेत तो उण घर रैसबदां कण-कण मांयमिलसी।संवेदना रोपण उण दिनराज बाबोसा नै सौ बरस हुयग्याइयां लाग्योजाणै सगळां रा माईतअेकै सागै मारग्या।घर मांयमचग्यो घमसाणराम सगळां रै लागगी लाव-लावकिणनै किŸाो मिलसीहरेक रै मुंडै माथैफगत ओ इज सवालइण झौड़ पछैघर मांय पड़गी भींतांसगळा हुयग्या न्यारा-न्याराबस आप-आप रालागण लाग्या प्यारा।घर रोराम रूसग्योनेता इणी खातर उण घर मांयकाम हेत रोसाची कैवूंखुसी रोअकाळ है।पड़ग्यो।
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