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दुआओं का असर हो न हो यह तो मुमकिन
बद्दुआएँ मगर कभी पीछा न छोड़ती ।
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बद्दुआएँ तो थीं हज़ारों हमारी हस्ती मिटाने को
ये तेरी ही दुआ होगी,जो तूफ़ाँ से बचाने निकली ।
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