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Kavita Kosh से
1958
'''मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
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'''लीजिए, अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए'''
НИКОЛАЙ ЗАБОЛОЦКИЙ
В белоглавый прянет город
И зеленый схватит луч!
1958 г.
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