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Kavita Kosh से
एक मोटर, एक मशीन बना देता है वह तुम्हें
और उस मशीन में तुम्हारे सभी कल-पुरजे जोड़ देता है
और चाहता है कि तुम
अपने वजूद की हर हरी पत्ती को उखाड़ फेंको
पर सवाल तो यह उठता है