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[[Category:रूसी भाषा]]
वन में<br>
पड़े हिम का नीरव गीत<br>
तेरे क़दमों का संगीत<br><br>
तू सरकी<br>
उस हिम-दिवस को वैसे<br>
सरके कोई छाया धीमे-से जैसे<br><br>
गहरा था<br>
जाड़ा रात की तरह<br>
झालर-सी बर्फ़ टंगी थी सौगात की तरह<br><br>
कौओं ने<br>
अपनी टहनी पर रहकर<br>
जीवन में देखा है सब-कुछ सहकर<br><br>
मन में<br>
उठती है एक तरंग<br>
सपना एक दौड़े बन उमंग<br><br>
प्रेरणा सारी<br>
चकनाचूर हो पहुँची गर्त<br>
जैसे टूटी हो कोमल-ताज़ा हिम की पर्त<br><br>
मेरे मन का<br>
यह हिम कोमल<br>
नीरवता में हुआ सबल<br><br>
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|रचनाकार=ओसिप मंदेलश्ताम
|अनुवादक=अनिल जनविजय
|संग्रह=तेरे क़दमों का संगीत / ओसिप मंदेलश्ताम
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[[Category:रूसी भाषा]]
<poem>
वन में
पड़े हिम का नीरव गीत
तेरे क़दमों का संगीत
तू सरकीउस हिम-दिवस को वैसेसरके कोई छाया धीमे-से जैसे गहरा थाजाड़ा रात की तरहझालर-सी बर्फ़ टंगी थी सौगात की तरह कौओं ने अपनी टहनी पर रहकरजीवन में देखा है सब-कुछ सहकर मन मेंउठती है एक तरंगसपना एक दौड़े बन उमंग प्रेरणा सारीचकनाचूर हो पहुँची गर्तजैसे टूटी हो कोमल-ताज़ा हिम की पर्त मेरे मन कायह हिम कोमलनीरवता में हुआ सबल (रचनाकाल :1909?'''मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय''''''लीजिए अब यही कविता मूल रूसी भाषा में पढ़िए''' Осип Мандельштам Музыка твоих шагов... Музыка твоих шаговВ тишине лесных снегов, И, как медленная тень,Ты сошла в морозный день. Глубока, как ночь, зима,Снег висит как бахрома. Ворон на своем сукуМного видел на веку. А встающая волнаНабегающего сна Вдохновенно разобьетМолодой и тонкий лед, Тонкий лед моей души –Созревающий в тиши. 1909?</poem>
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