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Kavita Kosh से
बातों में तो आगे पीछे भारत है
फ़िक्र अगरचे अपनी अपनी बाबत हतहै
सोच महाजन , नीयत ठेकेदारों की
राहबरों में राहज़नों की फ़ितरत है