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पपीहा बोलि जारे / पढ़ीस

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पपीहा बोलि जा रे!
पपीहा डोलि जा रे!
 
'''शब्दार्थ :
ब‍इरी = बैरी, दुश्मन, शत्रु।
</Poem>
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