भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|संग्रह=ये फूल नहीं / अजित कुमार
}}
{{KKCatKavita}}
<Poem>
कभी देखा है ?
पत्थर कीं मूर्ति को
खों-खों करते ?
</poem>