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शब्द-9 / केशव शरण
Kavita Kosh से
शब्दों में भी
और शब्देतरों में भी
सबसे रसीले
सबसे मीठे
होते हैं प्यार के शब्द
जो न केवल
कानों को सुहाते
बल्कि रोम-रोम हैं
हर्षा जाते
वर्षा जाते
स्वाति की अमृत बूंदें
जिन्हें पाकर
जीवन की सीपियाँ
मोती होतीं