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हे राम फिर ले जनम / ओम प्रकाश सेमवाल
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त्रेता मा एकी तबै मारि सकि छौ तिन रावण हे श्रीराम।
जख देखा रावणै रावण भौत ये कळजुग हे श्रीराम।
बणौ फेर पलटण सजौ सेना हनुमान सुग्रीव हे श्रीराम।
जु छन बैरि दुष्ट समाजा सिखौ तौं सबक मार हे श्रीराम।