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"अग्निधर्म / कन्हैयालाल नंदन" के अवतरणों में अंतर

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अंगारे को तुमने छुआ
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अंगारे पर तोहमत मत लगाओ
  
 
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जरा तह तक जाओ
अंगारे को तुमने छुआ<br>
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आग भी कभी-कभी
और हाथ में फफोला नहीं हुआ<br>
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आपद्धर्म निभाती है
इतनी सी बात पर<br>
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और जलने वाले की क्षमता देखकर जलाती है
अंगारे पर तोहमत मत लगाओ.<br><br>
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और जलने वाले की क्षमता देखकर जलाती है.<br><br>
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11:33, 5 दिसम्बर 2012 के समय का अवतरण

अंगारे को तुमने छुआ
और हाथ में फफोला नहीं हुआ
इतनी सी बात पर
अंगारे पर तोहमत मत लगाओ

जरा तह तक जाओ
आग भी कभी-कभी
आपद्धर्म निभाती है
और जलने वाले की क्षमता देखकर जलाती है