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"अहमदाबाद / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर

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इस शहर में
 
इस शहर में

19:10, 21 अक्टूबर 2007 का अवतरण

इस शहर में

फिर से कोई हादसा

हुआ होगा


नहीं तो

इतना खामोश

और वीरान

क्यों पड़ा है यह


आदमी से

आदमी का

भरोसा उठ गया होगा


नहीं तो

इतना बेजुबां

और बेमज़ा

क्यों हुआ है यह


(2001 में रचित)