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आंक भणां / शिवराज भारतीय

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आंक भणां भई आंक भणां
पढ़ लिख चोखा मिनख बणां

खाओ पीओ कूदो खेलो
टाबरियां रो काम ओ पै‘लौ
पण पढ़णों भी नही झमेलो
पकड़ां आपां स्कूल रो गेलो
बेली साथी साथै ले गे
बस्तो ले पोसाळ चलां
आंक भणा भई आंक भणां

रामू रामी दोन्यूं आओ
पाटी बरतो साथै ल्याओ
सगळा म्हानै पाठ सुणाओ
बारखड़ी गिणती पढ़ ज्याओ
ए बी सी डी मारी मांडगे
पाछै आपां गांवां रमां
आंक भणा भई आंक भणां।